समाज सेवा या कोई गोरख धंधा फर्जी सदस्यता लिस्ट आखिर क्यों ?

समाज सेवा या कोई गोरख धंधा फर्जी सदस्यता लिस्ट आखिर क्यों ?

मैं हूं खिलाड़ी। खिलाड़ी भी ऐसा जो खड़े-खड़े अध्यक्ष बना दूं । मेरे इतने वोट हैं मुझे बताओ क्या करना है ? अध्यक्ष बनना है आ जाओ मैं बना देता हूं । शहर में रहने वाले चार लाख समाज के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए फर्जी सदस्यता सूची पर चुनाव लगाया जाता…