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मानसरोवर में भगवान झूलेलाल जी के जन्मोत्सव कार्यक्रमों की धूम
चेटीचंड सिंधी मेला समिति जयपुर ग्रेटर ने सुंदरकांड और सामूहिक आरती का किया आयोजन
जयपुर सिंधी समाज अपने इष्टदेव भगवान श्री झूलेलाल जी के जन्मोत्सव की तैयारी में जोर-शोर से लग गया है। बता दे कि इस बार चेटीचण्ड्र सिंधी मेला समिति जयपुर ग्रेटर के लिए महेश हरदासानी जी को अध्यक्ष बनाया गया है। जयपुर सिंधी समाज हर वर्ष अपने इष्टदेव भगवान झूलेलाल जी के जन्मोत्सव से पूर्व लगातार कार्यक्रमों का जयपुर शहर में जगह-जगह पर आयोजन करता रहा है, इसी कड़ी में मानसरोवर में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया,सुंदरकांड पाठ के बाद 108 दीपकों से सामूहिक आरती की गई। मानसरोवर के सैक्टर 12 जोन 123 के श्रीराधा गोविंद मंदिर में आयोजित 108 सामूहिक श्रीरामचरित मानस के पंचम सोपान सुंदरकांड पाठ में पंडित जगदीश शर्मा के सानिध्य गायक विकास शर्मा एवं लता शर्मा जी की मधुर आवाज में सुंदरकांड के पाठ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और हनुमान जी का गुणगान किया। मंदिर में हनुमान जी की महिमा का भजनों के माध्यम से गुणगान हुआ। देर रात तक मंदिर हनुमान जी के जयकारों से गूंजता रहा। सुंदरकांड पाठ के 108 दीपकों से सामूहिक आरती की गई ।
अध्यक्ष महेश हरदासानी ने कहा कि कलियुग में हनुमान जी का स्मरण करने से मनुष्य अपने पापों से मुक्त होते हैं। हनुमान जी का पूजन करने से मनुष्य को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। हनुमान जी की पूजा करने से श्रीराम का आशीर्वाद प्राप्त होता है। प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से मनुष्य पर कष्ट नहीं आते और हनुमान जी उनके संकटो से मोचन कर देते हैं। श्रद्धालुओं ने मंदिर में श्री हनुमान चालीसा, भगवान श्री राम जी, हनुमान जी और भगवान श्री झूलेलाल जी की आरती का पाठ किया। सायंकालीन विशेष 108 दीपकों से सामूहिक आरती के उपरांत प्रसाद वितरित किया।
और बच्चों से प्रभु श्री राम और भगवान श्री झूलेलाल जी से सम्भतित सवाल-जवाब किए गए।
इस अवसर पर महेश हरदासानी, किशन केसवानी किशु भाई, बाबू भाई पुरसवानी, मोतीराम चाण्डवानी, जयप्रकाश बुलचन्दानी, काली मामा, नरेशकुमार लालवानी, नंदकिशोर नरायाणी, गोविन्द आलवानी, गोविन्द तीर्थानी, सोनू , परसराम, जगदीश शर्मा, देवकी शर्मा, विशाल सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में महिलाओं,पुरुषों एवं बच्चों सहित स्थानीय वासी उपस्थित रहे। सभी भक्तों ने आनन्द लिया। और बालाजी सुन्दरकाण्ड के गायकों की मधुर आवाज़ की प्रसंशा की गई