दिनांक 5 जुलाई 2024 को माननीय मुख्यमंत्री श्रीमान भजनलाल जी शर्मा जी के सुपुत्र डॉ. कुणाल जी शर्मा द्वारा भगवान श्री जगन्नाथ जी की विशाल रथयात्रा एवं मेला महोत्सव का पोस्टर विमोचन किया गया। इस मौके पर मंदिर महंत श्री अमन शर्मा, श्री शुभम शर्मा, और सर्व सिंधी समाज महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री संतोष धीरवानी मौजूद रहे।
मंदिर महंत श्री अमन शर्मा ने बताया कि बीते 160 साल से यात्रा निकाली जा रही है। यह मंदिर 800 साल पुराना मंदिर है। भगवान जगन्नाथ के अलावा बहन सुभद्रा, बलराम विराजमान हैं। विग्रह पुरी से काठ की लकड़ी के बने हैं। जयपुर के नगर सेठ ने मंदिर का निर्माण करवाया। जगन्नाथपुरी की तरह नौ दिन बाद भगवान की शादी होगी।
सर्व सिंधी समाज महासभा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष संतोष धिरवानी ने बताया कि जगन्नाथ रथ यात्रा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। जगन्नाथ दो शब्दों के मेल से बना है। इसमें जग का अर्थ ब्रह्मांड और नाथ का अर्थ भगवान से है। भगवान जगन्नाथ श्रीकृष्ण का ही रूप है, जो कि भगवान विष्णु के अवतारों में एक हैं। स्कंद पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण और ब्रह्म पुराण में भी रथ यात्रा का वर्णन मिलता है। मान्यता है कि जगन्नाथ रथ यात्रा में जुलूस के दौरान रथ को खींचना शुद्ध भक्ति से जुड़ा है। इससे व्यक्ति के ऐसे पाप नष्ट होने के साथ ही सौ यज्ञ कराने जितने पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
आपको बता दे कीसांगानेर के आराध्य श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है। मंगलवार 7 जुलाई 2024 को रथयात्रा ठिकाना मंदिर श्री जगन्नाथ जी, राधा वल्लभ मार्ग से शुरू होकर त्रिपोलिया गेट, बस स्टैंड, मैन बाजार से होते हुए नगर निगम रोड़ स्थित सिंघी सागर बगीची पहुंचेगी। जहां श्री जगन्नाथ जी महाराज अपने बड़े भाई बलभद्र जी और बहन सुभद्रा जी के साथ भडल्या नवमी मंगलवार 15 जुलाई 2024 तक विराजमान रहेगें।
इसी दिन भड़ल्या नवमी को ठाकुर जी के माता लक्ष्मी जी के साथ फेरे संपन्न करवा कर विवाह महोत्सव भी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर शाम 4 से 7:15 बजे तक भजन संध्या होगी। अगले दिन मंगलवार 16 जुलाई 2024 को रथयात्रा सिंघी सागर बगीची से रवाना होकर मालपुरा गेट के अंदर पहुंचेगी। जहां ठाकुर श्री जगन्नाथ जी (काल्या ठाकर) के विवाह महोत्सव के उपलक्ष्य में विशाल मेला आयोजित किया जाएगा।